Subhash Chowk, Sector 33 Gurugram, 122018
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Budget 2024: रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी का दौड़ जारी है। हालांकि, पिछले 3 साल में होम लोन महंगा और रॉ-मटेरियल्स की लागत बढ़ने से प्रॉपर्टी महंगी हुई है। इसके बावजूद होम बायर्स का हौसला पस्त नहीं हुआ है। देशभर में घरों की रिकॉर्ड बिक्री हो रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में ही भारत के टॉप 7 शहरों में लगभग 4.77 लाख रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की बिक्री हुई। यह एक नया रिकॉर्ड है। अब रियल एस्टेट और होम बायर्स की नजर 1 फरवरी को पेश होने वाले अंतरिम बजट पर है। बजट से रियल्टी सेक्टर बड़ी राहत की उम्मीद कर रहा है। हमने बजट से उम्मीदों को लेकर दिग्गज रियल्टी एक्सपर्ट और अंतरिक्ष इंडिया के सीएमडी राकेश यादव से बात की। उनसे जाना कि आखिर, बजट में क्या राहत दी जाए, जिससे यह सेक्टर और तेजी गति से आगे बढ़े और 5 ट्रिलियन की इकोनॉमी बनने के सपने को जल्द पूरा कर सके। आइए, उनके सुझावों पर एक नजर डालते हैं।
राहत देने से जीडीपी में और बढ़ेगा योगदान
नाइट फ्रैंक और नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल (नारेडेको) की ज्वाइंट रिपोर्ट के अनुसार, भारत का रियल एस्टेट क्षेत्र अभी जीडीपी में 7.3% का योगदान दे रहा है। ऐसे में जिस तरह से देशभर में घरों की मांग बढ़ी है, यह सेक्टर आने वाले सालों में जीडीपी में और बड़ा कंट्रीब्यूशन करेगा। मेरा मानना है कि रियल स्टेट में दम है कि वह भारतीय अर्थव्यवस्था का साइज 5 खरब डॉलर लक्ष्य से पहले पहुंच सकता है। आपको बता दूं कि इस सेक्टर से करीब 200 छोटे-बड़े सेक्टर जुड़े हैं। वो रॉ-मटेरियल्स से लेकर तमाम तरह के उत्पाद की सप्लाई करते हैं। इतना ही नहीं, रियल एस्टेट सेक्टर में लाखों लोगों को रोजगार मिलता है। ऐसे में अगर सरकार बजट में इस सेक्टर को रियायत देती है तो इसका फायदा न सिर्फ डेवलपर्स को होगा बल्कि होम बायर्स भी लाभान्वित होंगे।